ऑपरेशन सिंदूर: भारत का वो सख्त जवाब जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया
रात के 1 बजकर 5 मिनट। अँधेरे में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान सीमा पार कर पाकिस्तान की तरफ बढ़ रहे थे। यह कोई रूटीन ऑपरेशन नहीं था - यह था ऑपरेशन सिंदूर, जिसमें भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
वो काली रात जब भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। पर्यटकों से भरी एक बस पर हुए इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली, लेकिन हम सभी जानते थे कि असली मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा है।
दो हफ्ते तक भारत ने धैर्य दिखाया, लेकिन 7 मई की रात को हमारे वायुसेना के जवानों ने जो किया, उसने साबित कर दिया कि अब नई भारत की नीति है - "आँख के बदले आँख"।
कैसे हुआ ऑपरेशन सिंदूर?
मेरे एक सैन्य सूत्र ने बताया कि यह कोई आवेश में लिया गया निर्णय नहीं था। पिछले 14 दिनों से हमारी इंटेलिजेंस एजेंसियाँ और सैन्य टुकड़ियाँ इस मिशन पर लगी हुई थीं। हर आतंकी ठिकाने की सटीक लोकेशन, वहाँ मौजूद लोगों की संख्या - सबकी जानकारी जुटाई गई थी।
मुख्य लक्ष्य थे:
- मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय
- बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र
- मुजफ्फराबाद और कोटली के प्रशिक्षण शिविर
रात 1:05 बजे जब पाकिस्तानी सैनिक शायद अपनी नींद में थे, तभी भारतीय मिसाइलों ने उनके आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। सिर्फ 25 मिनट के अंदर 24 मिसाइलें दागी गईं और 9 ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए।
जब पूरा देश जाग उठा
सुबह जब यह खबर टीवी चैनलों पर आई, तो पूरा देश एक साथ खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर #SaluteToIndianAirForce ट्रेंड करने लगा। मेरे दफ्तर में सभी कर्मचारियों ने खुद-ब-खुद खड़े होकर देशभक्ति के नारे लगाए।
लेकिन इसके साथ ही एक डर भी था - कहीं पाकिस्तान इसका जवाब न दे दे। और हुआ भी ऐसा ही। पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर पुंछ और राजौरी में गोलाबारी शुरू कर दिया, जिसमें हमारे 10 निर्दोष नागरिक शहीद हो गए।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने इस ऑपरेशन से पहले ही अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब को सूचित कर दिया था। एनएसए अजित डोभाल ने स्पष्ट किया था कि यह कोई युद्ध की शुरुआत नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक सीमित कार्रवाई है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे "India's Bold Strike Against Terrorism" बताया, जबकि चीनी मीडिया ने इसे "अनुचित" करार दिया।
हम क्या सीख सकते हैं?
ऑपरेशन सिंदूर ने हमें कई सबक दिए हैं:
- आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाना जरूरी है
- हमारी सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतिक संवाद महत्वपूर्ण है
- सीमावर्ती क्ष